School Principal Message

ॐ सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामयाः |
सर्वे भद्राणि पश्यन्तु मा कश्चित् दुःख भाग्भवेत् ||

सर्वमंगल की कामना एवं विश्व कल्याण की भावना मानव के विशद् दृष्टिकोण की परिचायक है | विचारों का यह उत्कर्ष आत्मिक श्रेष्ठता का प्रतीक है | आत्मा की उच्चता व्यक्तित्व के सर्वांगीण विकास के बिना संभव नहीं और बाल्यावस्था से ही यह बहुमुखी विकास हमारा ध्येय है | इस हेतु जहाँ एक ओर प्रयासों की कटिबद्धता आवश्यक है वहीँ दूसरी ओर सकारात्मक दृष्टिकोण अज्ञानता व् नकरात्मकता के अंधकार से ज्ञान के प्रकाश में जाने के लिए मार्ग प्रशस्त करता है | मुझे गर्व है कि सम्पूर्ण विद्यालय परिवार इस दिशा में कार्यरत है जिसका परिणाम शैक्षिक के साथ अन्य विभिन्न क्षेत्रों में विद्यालय की उपलब्धियां है | इन उपलब्धियों के लिए अपने सहकर्मियों व् विद्यार्थियों के संयुक्त प्रयासों की भूरी-भूरी प्रशंसा करते हुए मैं उनके स्वर्णिम भविष्य के लिए शुभ आशीष देती हूँ |